tag:blogger.com,1999:blog-3138696183834633168.post2944453265928378250..comments2023-07-06T18:51:06.940+05:30Comments on नेपथ्यलीला NEPATHYALEELA: त्योहारों को मनाने की परतंत्रताएं वीरेन्द्र जैनhttp://www.blogger.com/profile/03394460991280336978noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3138696183834633168.post-60278522620386866832012-11-19T16:45:31.669+05:302012-11-19T16:45:31.669+05:30आपने बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल उठाये हैं अपने इस तर्...आपने बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल उठाये हैं अपने इस तर्क से भरे हुए लेख के द्वारा। अपने से उच्च वर्ग का अनुसरण करने की प्रवृति का नतीजा सामने है - हम मानसिक गुलामी में और अधिक जकड़ते जा रहे हैं।<br />- Prabhat Sinha, NoidaPrabhat Sinha, Noidanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3138696183834633168.post-62873854726349315372012-11-03T17:28:54.722+05:302012-11-03T17:28:54.722+05:30बहुत सटीक लेख लिखा ..
कुछ तो करना ही होगा अब बहुत सटीक लेख लिखा ..<br />कुछ तो करना ही होगा अब संगीता पुरीhttp://www.gatyatmakjyotish.comnoreply@blogger.com