शुक्रवार, जुलाई 17, 2009

सब्जी की मंहगाई का रहस्य

सब्जी की मंहगाई का रहस्य
आज जब मैनें अपने सब्जी वाले से पूछ कि भैया अब तो बरसात भी आ गयी है आखिर ये सब्जी कब सस्ती होगी?उसका उत्तर दहशत भर देने वाला था . वह बोला _- बाबूजी अब ये सब्जी कमी की वज़ह से मंहगी नहीं है । "तो काहे की वज़ह से मंहगी है" मैनें पूछा । उसने उत्तर दिया कि अब तो यह आदत की वज़ह से मंहगी है. जब आपको मंहगी खरीदने की आदत ही पढ़ गयी है और किसान तथा व्यापारी को मुनाफा मिल रहा है तो अब वे क्यों सस्ती करेंगे . अब या तो सारे बाबू लोग सब्जी खाने की हड़ताल करें या सरकार राशन की दुकानों से बेचने लगे जैसे बंगाल में सरकार आलू बेच रही है , तभी यह सस्ती होगी

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